युवाओं के लापता होने की वारदातों ने मचाई हलचल।।

(मोगा -पंजाब ) युवाओं के लापता होने की वारदातों ने मचाई हलचल, नहरों से मिल रही लाशों ने खड़े किए कई सवाल, लोगों में दहशत का माहौल।

समाज सेवा सोसाइटी के प्रधान गुरसेवक सिंह सन्यासी

 

 


शहीद भगत सिंह ब्लड सेवा सोसाइटी पंजाब के प्रधान गुरजोत सिंह

 


समाजसेवी गोताखोर बंटी

पत्र भेजने वाले: हरपाल सिंह सहारण, मोगा

इलाके में पिछले कुछ दिनों से युवाओं के लापता होने की घटनाओं ने पूरे पंजाब में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। ये मामले ना सिर्फ परिवारों की ज़िंदगी तबाह कर रहे हैं, बल्कि समाजिक सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं।
सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि कई युवक जो कई दिनों से लापता थे, उनकी लाशें नहरों और तालाबों से बरामद हो रही हैं। अब ये केवल दुर्घटना या आत्महत्या के दावे तक सीमित नहीं रहे, बल्कि लोगों में डर है कि इसके पीछे कोई बड़ी साजिश या असामाजिक तत्वों की काली करतूत तो नहीं है।

सामाजिक संस्थाओं ने जताई चिंता

समाजसेवी संस्थाओं, वकीलों और शिक्षाविदों ने इस मसले पर गंभीर चिंता जताई है। इस मौके पर समाजसेवी नेता रवीनंदन कुमार ने कहा_
“ये सिर्फ किसी एक परिवार का दुख नहीं है, बल्कि पूरे समाज की संवेदना के साथ खिलवाड़ है। सरकार को इसका तुरंत समाधान निकालना चाहिए।”

लापता से लाश तक – सवाल ही सवाल

कई युवक जो पिछले कुछ दिनों से लापता थे, उनकी लाशें नहरों और सूओं से बरामद हो रही हैं। ये केवल हादसा या आत्महत्या जैसे मामले नहीं लगते। लगातार हो रही घटनाओं ने लोगों के बीच डर पैदा कर दिया है कि आखिर युवाओं को निशाना बनाने वाले ये अज्ञात तत्व कौन हैं?

 

 क्या कहना है समाजसेवी रवीनंदन कुमार का

इस मौके पर समाजसेवी रवीनंदन कुमार ने कहा —
“लापता होने वाले युवाओं के मामलों को मामूली घटना की तरह ना लिया जाए। यह मानवाधिकार का खुला उल्लंघन है। भले ही स्थानीय पुलिस जांच कर रही हो, मगर लोगों की मांग है कि इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके।”

समाजसेवी नेताओं ने की सख्त जांच की मांग

समाजसेवी नेता गुरसेवक सिंह सन्यासी ने कहा —
“ये सिर्फ गुमशुदगी का मामला नहीं, ये मानवाधिकारों की भारी उल्लंघना है। सरकार और पुलिस को इन मामलों के पीछे छिपे सच को उजागर करने के लिए गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही पीड़ित परिवारों को मानसिक और कानूनी सहायता भी दी जाए।”

प्रशासन पर सवाल

जब एक के बाद एक युवकों की लाशें एक ही तरीके से पानी से मिल रही हों, तो यह सामान्य घटना नहीं। लोग पूछ रहे हैं कि पुलिस और प्रशासन इन मामलों की जांच में कितने गंभीर हैं?

चुप नहीं रह सकते -गुरजोत सिंह

शहीद भगत सिंह ब्लड सेवा सोसाइटी पंजाब के प्रधान गुरजोत सिंह ने कहा —
“हम चुप रह कर ये सब नहीं होने दे सकते। अगर आज आवाज़ न उठाई, तो कल ये हर घर की हकीकत बन जाएगी। लगता है युवाओं के खिलाफ कोई साजिश या असामाजिक तत्वों की हरकत है। ये सारी घटनाएं किसी बड़ी साजिश का संकेत दे रही हैं।”
उन्होंने कहा कि या तो इसके पीछे नशे के धंधे में लिप्त माफिया गिरोह हैं या फिर आर्थिक, जातिगत या किसी और रंजिश की साजिश।

समाज को जागरूक होने की जरूरत

अब समय है कि हर परिवार, छात्र, गांव स्तर की संस्थाएं और सामाजिक नेता एकजुट हों। आज जो कदम उठाएंगे, वही कल की ज़िंदगी बचा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ये घटनाएं हमें ये बड़ा संदेश दे रही हैं कि अब चुप रहने का समय नहीं। अभी भी वक्त है कि सामाजिक जागरूकता, सरकारी जिम्मेदारी और नैतिक ताकत से ऐसी वारदातों को रोका जाए। नहीं तो युवाओं की ये तलाश हमारा भविष्य लील सकती है।

बंटी गोताखोर का बयान

इस मौके पर समाजसेवी गोताखोर बंटी ने कहा-
“मुझे नहरों से लाशें निकालते हुए 8-9 साल हो गए हैं। मैंने बताया कि मलक गांव का लड़का मार कर फेंका गया था और उसकी लाश तीन दिन बाद मिली। इसी तरह एक महीने में 40-45 लाशें निकालीं। गिनती तो कोई नहीं, लेकिन अंदाज़न करीब 2500 के करीब निकाल चुका हूं। मैं पंजाब के हर कोने की नहरों का अंत तक सफर कर चुका हूं

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